रविवार, 29 दिसंबर 2013

"कुण्डली मिलान" अति कठिन किन्तु सत्य है?"{झा शास्त्री -मेरठ }

"कुण्डली मिलान" अति कठिन किन्तु सत्य है?"{झा शास्त्री -मेरठ }

---जब आप- कुंडली मिलान के लिए -ज्योतिषी ,आचार्य ,विद्वान भूदेव ,गुरुजन या आस्था के प्रतीक व्यक्ति के पास जाते हैं तब आपकी हार्दिक इच्छा यह होती है कि इस पवित्र सम्बन्ध की सही जानकारी मिले -----

    अस्तु --आचार्य -ज्योतिषी आपकी भावना के अनुरूप कार्य भी करते हैं किन्तु यह कार्य अति कठिन होता है हमलोग केवल गुण मिलना ही मिलान समझते हैं जबकि ---जन्म कुण्डलियों में मंगलीयोग ,दीर्घायु -अल्पायु योग ,संतानयोग,पति -पत्नी में परस्पर आसक्ति -अनासक्तियोग ,विषकन्या-विषवधुयोग,कुलता या आचरण हीन योग ----"पंचपाणीग्रहे दोषाः वर्जनीयाः प्रयत्नतः " अर्थात -"दारिद्र्यं मरणं व्याधिः पोन्श्चल्य मन पत्यता "---भाव कुंडली में -दारिद्रय योग,दुर्मरण -अकालमृत्यु योग ,शारीरिक रोग ,नपुंसकता ,रज -वीर्य बलाबल ,मन की निर्बलता -सबलता के योग तो अवश्य ही विचारणीय चाहिए 1

  ----ऊपर बताये गए सभी योग विवाहित जीवन में अपना विशेष महत्त्व रखते हैं ---साथ ही सुख समृद्धि में सहायक भी होते हैं 1

नोट ----किन्तु इतना सही कार्य केवल केवल मर्मग्य विद्वान -आचार्य ही कर सकते हैं अतः कुंडली मिलान करते +कराते -समय सही निर्णय लें अन्यथा ज्योतिष और ज्योतिषियों की छवि धूमिल होगी 1

-----  प्रेषकः ज्योतिष सेवा सदन {मेरठ -भारत }आपका ज्योतिष सेवा सदन {कन्हैयालाल झा शास्त्री } https://www.facebook.com/kanhaiyalal.jhashastri
कृष्णपुरी धर्मशाला देहली गेट मेरठ भारत सहायता सूत्र =09897701636 +09358885616

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें